जो मनुष्य दुर्गा की इस माला का जप करता है वह निःसंदेह सब प्रकार के भय से मुक्त हो जाता है।
कोई शत्रुओं से पीड़ित हो दुर्भेद्य बंधन मे पड़ा हो, इस बत्तीस नामों के पाठ मात्र से सकंट से छुटकारा पा जाता हैं।
श्री दुर्गाद्धात्रिंन्ऩाममाला
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी दुर्गापद्धिनिवारिणी ।
दुर्गमच्छेदिनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी ।।
दुर्गतोद्धारिणी दुर्गनिहन्त्री दुर्गमापहा ।
दुर्गमज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला ।।
दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी ।
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गमाश्रिता ।।
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी ।
दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी ।।
दुर्गमासुरसंहन्त्री दुर्गमायुधधारिणी ।
दुर्गमांगी दुर्गमता दुर्गम्या दुर्गमेश्र्वरी ।।
दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गभा दुर्गदारिणी ।
नामावलिमिमां यस्तु दुर्गाया मम मानवः ।।
पठेत् सर्वभयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः ।।
।।इति संपूर्णम्।।
कोई शत्रुओं से पीड़ित हो दुर्भेद्य बंधन मे पड़ा हो, इस बत्तीस नामों के पाठ मात्र से सकंट से छुटकारा पा जाता हैं।
Copyright @ 2017 |
श्री दुर्गाद्धात्रिंन्ऩाममाला
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी दुर्गापद्धिनिवारिणी ।
दुर्गमच्छेदिनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी ।।
दुर्गतोद्धारिणी दुर्गनिहन्त्री दुर्गमापहा ।
दुर्गमज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला ।।
दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी ।
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गमाश्रिता ।।
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी ।
दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी ।।
दुर्गमासुरसंहन्त्री दुर्गमायुधधारिणी ।
दुर्गमांगी दुर्गमता दुर्गम्या दुर्गमेश्र्वरी ।।
दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गभा दुर्गदारिणी ।
नामावलिमिमां यस्तु दुर्गाया मम मानवः ।।
पठेत् सर्वभयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः ।।
।।इति संपूर्णम्।।
No comments:
Post a Comment