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Saturday, September 8, 2018

Episode 3 Kota Rajasthan


गोधवरी धाम ( Godhavari Dham )

गोधवरी धाम चम्बल नदी के किनारे में बना प्रसिद्ध मंदिर हैं।
यहाँ हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा की जाती हैं
Godhavari Dham



मगंलवार तथा शनिवार के दिन यहाँ विशष पूजा-पाठ किये जाते हैं। तथा मगंलवार ,शनिवार की रात्रि 12 बजे  यहाँ विशेष आरती तथा भजन संध्या होती हैं।  गोधवरी धाम में भगवान श्री राम,लक्षमण व सीता सहित राम मंदिर हैं जो हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बना हुआ हैं।

गेपरनाथ ( Gaparnath )

यह मंदिर कोटा से 25 किलोमीटर दूर स्थित शिव मंदिर हैं।
( Gaparnath )
 गेपरनाथ महादेव के नाम से प्रचलित मंदिर 400 फिट की गहराई में पहाड़ो के बीच है। इस मंदिर की खासियत यह है की यहाँ शिवलिंग पर जल की धारा निरन्तर प्रवाहित होती रहती हैं ये जलधारा जो अटूट है ये जल धारा आजतक कभी नहीं रुकी हैं। हमेशा इसी तरह शिवजी का निरन्तर जलाभिषेक करती रहती हैं। यह मन्दिर चम्बल नदी के समीप होने से ये अपनी अनूठी पहचान रखता है। यह पिकनिक स्पॉट है

बरौली मंदिर ( Balori Mandir )

बरौली मंदिर परिसर भारत के राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाता शहर के बरौली गांव में स्थित है।
(Baroli Mandir)
 यह परिसर रावतभाता शहर की बाहरी सीमाओं पर कोटा के 45 किलोमीटर (28 मील) दक्षिण पूर्व चंबल नदी के चट्टानी किनारे के नजदीक स्थित है। एक प्राकृतिक फव्वारे के चारों ओर सेट करें, वे जंगल के बीच में दो जोनों में स्थित होते हैं जिनमें पेपल, कदंबा, आम और जामुन पेड़ होते हैं।
हालांकि बरौली मंदिरों का इतिहास बहुत स्पष्ट नहीं है, वे 10 वीं -11 वीं सदी में गुर्जरा-प्रतिहार साम्राज्य के दौरान बनाए गए हैं। वे राजस्थान के सबसे शुरुआती मंदिर परिसरों में से एक हैं। बरोली मंदिर परिसर से भगवान नटराज की नक्काशीदार पत्थर की छवि थी जो चोरी हो गई थी 

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